Prem Sudha Ras ext v1

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2024-04-21

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Prem Sudha Ras ext v1

2024-04-21

Lyrics

[Verse] संत समागम कीजे हो निश दिन संत समागम कीजे मान तजी संतन के मुख से प्रेम सुधा रस पीजे, हो संत समागम कीजे। [Outro] [Bridge] भव दुःख टरे, बरे सब दुष्कृत सब विधि कारज सीजे हो निस दिन संत समागम कीजे। [Bridge] [Verse] संत समागम कीजे हो निश दिन संत समागम कीजे, भवदुःख टरे, बरे सब दुष्कृत सब विधि कारज सीजे, संत समागम कीजे। [Outro]