Tujhe hi

Tujhe hi

Sad

2024-04-09

Créé par Udio avec Udio AI

rachmaninov rachmaninoff prokofiev liszt mystic energetic interesting elegant orchestra symphony
Tujhe hi

Sad

2024-04-09

Lyrics

n(Verse 1)nतेरी यादों में खोया हूँ, रात भर जागता हूँ,nबादलों की छाँव में, तेरा नाम लिखता हूँ।nnदरिया के किनारे, आहटें सुनता हूँ,nचुपके से तेरी बातों का आगाज़ करता हूँ।nn(Verse 2)nख्वाबों की दुनिया में, खोया हूँ तुझमें,nहर अदा, हर बात, मुझमें ही तलाशता हूँ।nnदिल की हर धड़कन, तेरी ग़ज़ल गाती है,nदर्द की लहरों में, खुद को बहलाता हूँ।nn(Verse 3)nज़िन्दगी के सफर में, मैं हर कदम तेरे साथ,nहर राह में, हर मोड़ पे, तुझे ही ढूंढता हूँ।nnआँखों में बसी हुई, तेरी तस्वीर ख्वाबों में,nजब भी सोता हूँ, तेरी यादों में खोता हूँ।