Kya ho sakta hai
Bollywood
2024-04-09
Creado por Udio con Udio AI
Kya ho sakta hai
Bollywood
2024-04-09
Lyrics
यह तो हो सकता हैnकि थक जाऊं मैं लिखने-पढ़ने सेnnकवि की तरह दिखने सेnअच्छा मानता हूं मैं किसी का भीnकिसान या बुनकर दिखनाnnगीत लिखने से अच्छा मानता हूं मैंnलिखना फ़सलें ज़मीन के टुकड़े परnnअपने टुकड़े पर तरजीह देता हूंnकिसी और के पल-भर हंसने कोnकमतर मानता हूं तौल-तौल कर शब्दnताने कसने कोnnया कहो उससे अच्छा मानता हूं कमर कसनाnविनोबा कहते थे दिल्ली में बसनाnस्वर्गवासी हो जाने का पर्याय हैnnऔर पूछते थेnक्यों भवानी बाबूnइस पर तुम्हारी क्या राय है?